सालों से मोहाली चल रहा पानी का संकट इसी महीने होगा दूर

सालों से मोहाली चल रहा पानी का संकट इसी महीने होगा दूर

सालों से मोहाली चल रहा पानी का संकट इसी महीने होगा दूर

सालों से मोहाली चल रहा पानी का संकट इसी महीने होगा दूर

कजौली वाटर वर्क्स से इसी महीने पानी हो जाएगा शुरू, गमाडा ने तैयारियां की पूरी

 

 

मोहाली। वीआईपी जिले में पानी का संकट जल्दी ही दूर हो जाएगा। इसी महीन मोहाली को कजौली वाटर वर्क्स के पांचवें व छठे चरण से पानी की सप्लाई शुरू हो जाएगी। ग्रेटर मोहाली एरिया डेवलपमेंट अथारिटी (गमाडा) ने लाइन बिछाने का काम पूरा कर लिया है। इसके अलावा सारे शहर में वाटर वर्क्स से जुड़ी मशीनरी को अपडेट कर दिया गया है। ताकि पारनी की सप्लाई को नियमित रूप से चलाया जा सकें। जानकारी के मुतातबिक नौ वर्षों में दो बार उक्त फेजों से पानी की सप्लाई के लिए गमाडा की ओर से घोषणा की गई । लेकिन सप्लाई शुरू नहीं हो सकी थी। इन चरणों से मोहाली को २० एमजीडी (मिलियन गैलन डेली) पानी की अतिरिक्त आपूर्ति होगी। कजौली वाटर वर्क्स रूपनगर जिले में मोरिंडा के पास भाखड़ा मेनलाइन नहर पर स्थित है। यहां से चंडीगढ़, मोहाली और चंडीमंदिर को पानी की आपूर्ति की जा रही है।

 

चंडीगढ़ को पहले ही दो नए चरणों से ३५ एमजीडी पानी का अतिरिक्त हिस्सा मिलना शुरू हो गया है। मोहाली को आपूर्ति में देरी हो रही है क्योंकि सिंघपुरा में आने वाले वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का काम लंबित था। इससे पहले गमाडा ने दिसंबर, २०२० और जुलाई, २०२१ में उक्त चरणों से पानी की सप्लाई मिलने का दावा किया था जोकि नहीं हो सका।गमाडा अधिकारियों का कहना है कि कोविड महामारी के कारण परियोजना में देरी हुई । वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण कार्य लगभग काम पूरा हो गया है। गमाडा के मुख्य इंजीनियर दविंदर सिंह ने कहा काम पूरा हो गया है। अगले सप्ताह से सप्लाई शुरू होने की उम्मीद है।खुद को वोट नहीं डाल पाएंगे यह उम्मीदवारखुद को वोट नहीं डाल पाएंगे यह उम्मीदवारयह भी पढ़ेंकई वर्षों से पानी की किल्लत से जूझ रहा मोहाली

 

 

पिछले कई सालों से मोहाली पानी की भारी कमी से जूझ रहा है। गर्मी के दिनों में मांग और आपूर्ति के बीच का अंतर १२ एमजीडी तक बढ़ जाता है। वर्तमान में, ३२ एमजीडी की चरम मांग के मुकाबले, मोहाली को कजौली वाटर वर्क्स के पुराने चरणों से १० एमजीडी पानी और ७५ ट्यूबवेल से १० एमजीडी पानी मिलता है। मई २०१२ में, गमाडा ने २०० करोड़ रुपये की लागत से कजौली वाटर वर्क्स से मोहाली और चंडीगढ़ को अतिरिक्त पानी की आपूर्ति के लिए पाइपलाइन बिछाना शुरू किया था। इसमें से आधा खर्च चंडीगढ़ ने वहन किया था। परियोजना के तहत आपूर्ति किया जाने वाला २० एमजीडी अतिरिक्त पानी खरड़ और मोरिंडा की जरूरतों को भी पूरा करेगा। गमाडा के चीफ इंजीनियर दविंदर सिंह ने कहा कि खरड़ को कजौली वाटर वर्क्स के चरण ५ और ६ से ५ एमजीडी पीने योग्य पानी का हिस्सा मिलेगा।